ऑनलाईन इश्क़
ऑनलाईन इश्क़
आज के समय में इंटरनेट से कुछ भी हो सकता है।इंटरनेट की ऐसी हवा चली है कोई भी कभी भी किसी को मैसेज कर सकता है फ़ेसबुक पे आयेशा नाम की लड़की के प्रोफाइल पेदुआ की इमेज लगी हुई थी उसी को एक आमिर नाम के लड़के ने देखा जो मऊ (वाराणसी) के रहने वाला था उसने झट से फ़ेसबुक के मैसेंजर पर आयेशा को मैसेज किया।आयेशा ऑफ लाइन थी। कुछ देर बाद आयेशा ऑन लाईन आई।और उसने देखा कि आमिर नाम के लड़के का मैसेज है।उसने उस मैसेज में लिखा था कि "ये आपकी हैंडराइटिंग मेंलिखी हुई है क्या?" आयेशा बोली "जी नही ये मेरी लिखी हुई भी नही है।" और आएशा ने उसे अपनी हैंडराइटिंग दिखाई ।इसी तरह बात करते करते समय गुज़रता गया।दोनो की बहुत अच्छी मित्रता हो गयी।
अब रमज़ान थे। बात होती रोज़ आएशा अपनी बातें और आमिर अपनी बातें करता।आमिर का साड़ी का बिज़नेस था और वो अपनी कॉमर्स स्टडी सेन्टर चलाता था और उसका अपना साइड बिज़नेस था।आमिर बहुत तेज़ दिमाग़ का लड़का और उसकी हैं डराइटिंग हिंदी,उर्दू इंगलिश तीनो विषयों में बढ़िया थी।आएशा को पता ही नही चला कि कब उसको आमिर से मोहब्बत हो गयी।और दिन रात उनकी व्हाट्सअप पे चैटिंग होती ।लेकिन किस्मत को कुछ और मंज़ूर था।उसकी गर्लफ्रैंड से उसकी एगाजमेंट हो गयी ।अब आमिर को जाना था।आमिर ने आएशा को एक पेन ,दो नोटबुक दी ,जिसमें उसने राइटिंग सुधारने के तरीकों को बता रखा था और आएशा की तारीफे भी लिख रखी थी।चॉकलेट और एक अपना बचपन का फोटो और अपने ऑटोग्राफ दे रखा था।और अपनी मुस्कान को लेके वो एक दिन चला गया ।ये थी एक ऑनलाईन मोहब्बत!

