नॉट आउट
नॉट आउट
भारत की बल्लेबाजी चल रही थीं। आखिरी की कुछ गेंद बाकी थीं। स्कोर बोर्ड पर रन का पहाड़ खड़ा करना था जीतने के लिए। सामने थे मेरे प्रिय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर।
बॉलर सामने से बॉल फेंकता है और बॉल जाती हैं बाउंडरी के पार। मास्टर ब्लास्टर की परफॉर्मेंस कमाल की थी उस दिन।
अब कोई भी मैच होता है तो मुझे याद आते है मास्टर ब्लास्टर जो रहते है हमेशा नॉट आउट।