STORYMIRROR

Kradha Thakur

Romance

3  

Kradha Thakur

Romance

मेरी मोहब्बत का आगाज हो तुम

मेरी मोहब्बत का आगाज हो तुम

6 mins
212

बनारस ,उत्तर प्रदेश

मीरा जी - "उठ जा मेरी बच्ची वरना आज तेरी प्यारी दीदी तुझसे पक्का नाराज हो जाएगी।"

तभी एक प्यारी सी लड़की जो कि चादर में मुंह ढक कर सो रही थी उठी और उसने कहा कि मेरी दीदू मुझे कभी नाराज नहीं हो सकती 

मीरा जी - "जानती हूं कि तेरी दीदी तुझसे कभी नाराज नहीं हो सकती लेकिन वो तेरे दर तक सोने से जरूर हो जाएगी और वैसे भी आज तेरी दीदी को देहरादून जाना है भूल गई मेरी प्यारी आरुषि" 

आरुषि - "अच्छा मम्मी हम जा रहे हैं नहाने तुम तो सोने भी नहीं देती हो चैन से हम...".

आरुषि रूप की बहुत सुंदर थी बड़ी बड़ी कली गहरिआंखें सुर्ख लाल होठ। दूध जैसा सफेद। रंग कोई कमी नहीं थ उसमें अगर कोई एक बार ध्यान से देख ले तो देखता ही रह जाए ।


तभी घर की डोरबेल बजी तीन बार बजाने के बाद जब दरवाजा खुला तो सामने लाल रंग की पटियाला सूट और सफेद सलवार लाल दुपट्टा और खुले गीलेबाल बड़ी ही आकर्षक नीली बड़ी बड़ी आंखें प्यारी सी नाक सुर्ख लाल होठ होठ के नीचे प्यारा सा काला तिल दूध के जैसा सफेद रंग 

बरखा - "मम्मी क्या करें गंगा मईया हमें आनें ही नहीं देती जब कहते हैं हैं कि गंगा मईया हम चले तो वो कहती की "

मीरा जी - "बरखा बेटा आज बड़ी देर कर दी मंदिर से आने में "

मीरा जी - "तुम और तुम्हारी गंगा मईया का प्यार दोनों महान है"  

  अभी ना जाओ छोड़ कर की दिल अभी भरा नहीं अभी ना जाओ छोड़ कर "

बरखा - "देखो हम अपनी गंगा मईया और चाई से सबसे ज्यादा प्यार करते हैं तो इसी बात पर इक कप चाई मिलेगी डार्लिंग।" 

मीरा जी - "लाते हैं बैठो" 

बरखा - "जी "

जीने से उतरते हुए आरुषि बोली - "का बात है दीदी आज तो बड़ी सुंदर लग रही हो"

अजय जी - "वो तो हमारी बिटिया है ही क्यूं मीरा जी" 

अजय जी - "तो हमारी दोनों बिटिया हैं ही इतनी प्यारी की जो भी देखे देखता ही रह जाए क्यूं आरुषि "

मीरा जी - "आज तक आपको अपनी बिटिया में कोई कमी दिखी है जो आब दिखेगी हैं नहीं तो ...."

बरखा - "हम आप सबको बताना भूल गए कि हमें इंदौर की एक कंपनी में कल इंटरव्यू के लिए जाना है "

आरुषि - "मेरा पता नहीं पर दीदी पर यह 101परसेंट लागू है "

मीरा जी - "लेकिन बेटा आज तो तुम देहरादून जाने वाली थी आरुषि का एडमिशन करवाने" 

बरखा -नहीं मा हमें लगता है कि छोटी का इंदौर के ही किसी कॉलेज में एडमिशन करवा देंगे हमारी छोटी हमारे पास ही रहेगी इंदौर में क्यूं छोटी तुझे कोई दिक्कत तो नहीं है ना "

आरुषि - "नहीं दीदी हमें क्यूं दिक्कत होने लगी आपके साथ रहने में "

अजय जी - "तो कब निकल रहे जो तुम लोग" 

मीरा जी - "ठीक है "

बरखा - "आज शाम की ट्रेन है हमारी 


आरुषि - " ठीक है दीदी हम पकिंग करते है वैसे कों सी कंपनी है आपकी ?"

बरखा- "खुराना ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज"

आरुषि  "what didu are you going to work in Khurana- "group of industries under Karan Khurana- "wow didi

बरखा - "जी i will work under karan Khurana 




इक काफी हैंडसम लड़का जो कि 5 फुट 4 इंच का होगा उसमें से उतरता है और घटकर अन्दर जाता है और कहता है कि मां आप कहां हो देखो आप का करन आ गया 

एक बड़ी सी कार एक घर के आगे रुकती है घर बहुत खूबसूरत था और काफी बड़ा बिल्कुल महलों के जैसा 

खाना खा कर जैसे ही करन उठता है तभी शर्मा जी आ जाते हैं (करन के मैनेजर ) 

करन- "हा माँ आपका कारण आ गया अच्छा आब बहुत भूख लगी है खाना खा ले" 

दोनों मा बेटे खाना खाने जाते है और डाइनिंग टेबल पर बैठ जाते है 

पुस्पा जी "कमरे से बाहर आते हुए आ गया मेरा बच्चा" 

पुष्पा जी "हां मेरे बच्चे चल खाना खाते हैं"


 मा बेटे खाना खाने जाते है और डाइनिंग टेबल पर बैठ जाते हैं ,खाना खा कर जैसे ही करन उठता है तभी शर्मा जी आ जाते हैं (करन के मैनेजर ) 

शर्मा जी - "करन साहब कल आपकी नई पर्सनल असिस्टेंट आ जाएगी आप उसका इंटरव्यू लेना चाहते हैं की हम ले लें "

करन - "शर्मा जी वोह असिस्टेंट किसकी है मेरी तो इंटरव्यू आप क्यूं लेंगे वैसे नाम क्या है ?"

शर्मा जी - "सर बरखा चौहान बनारस की रहने वाली है मम्मी हाउसवाइफ और पिता जी प्रोफेसर हैं उसकी एक छोटी बहन है उसकी मौसी की बेटी मगर वो उससे अपनी सगी बहन से भी ज्यादा प्यार करती है और बनारस की जान केहलती है वो लड़की और बहुत खूबसूरत भी है अक्ल के साथ सुंदरता दोनों का परफेक्ट कॉम्बिनेशन है" 

शर्मा जी - "सर वो तारीफ के काबिल भी है" 

करन -शर्मा। जी कुछ ज्यादा ही तारीफ नहींकर दी आपने उसकी" 

करन - "वो तो कल पता चल जाएगा वैसे उसके रहने का इंतेजाम किया आपने" 

शर्मा जी - "जी सर वो यहीं आपके आउरहाउस में ही रहेगी और ऐसे मलकिन का भी मन लगा रहेगा ।"

करन -ठीक है शर्मा जी मा हम सोने जा रहें है ,शुभ रात्रि ।"

करन अपने कमरे में जा कर बिस्तर पर जैसे ही लेट ता है उसकी नजर खिड़की से दिख रहे आउथाउस पर जाती है और वो कहता है कि 

सो miss barkha Chauhan- "tommorow we will let me also see ki aap इतनी तारीफ के काबिल कई भी या नहीं क्योंकि आजतक मैंने कभी ऐसी लड़की नहीं देखी जिसमें खूपसुरती के साथ साथ अक्ल भी हो इंप्रेसिव

बनारस ,उत्तर प्रदेश

आरुषि सो चुकी थी ट्रेन में बैठे बैठे और बरखा ये सोच रही थी कि कैसा होंगे उसके बॉस और यही सब सोचते हुए कब उसे नींद आ गई उस पता ही नहीं चला ।

सुबह जब आंख खुली तो 4 बज रहे थे और इंदौर आने ही वाला था उसने आरुषि को उठाया और कहा कि "उठ जा छोटी इंदौर आ गया." 

आरुषि उट गई और दोनों बहने फ्रेश होने के बाद इंदौर का इंतजार कर रही और लो आ गया इंदौर छोटी चिल्लाई तभी बरखा ने देखा बाहर शर्मा जी उसका इंतजार कर रहे थे वो दोनों ट्रेन से उतरी और बरखा शर्मा जी के पास आती है और कहती hai- "काका राधे राधे कैसे हैं आप?' 

शर्मा जी- "राधे राधे बरखा बिटिया हम तो एक दम बढ़िया तुम बताओ कैसी हो और छोटी तुम कैसी हो और भाइया भाभी कैसे है?" 

बरखा - काका इक साथ इतने सारे सवाल सब लोग अच्छे है और छोटी तो यहीं है 

बरखा - "यहीं तो है अरे कहां गई छोटी तो देखा छोटी दूर खड़ी गोलगप्पा खा रही थी "

शर्मा जी - "कहां है छोटी?"

बरखा - "यहीं तो है अरे कहां गई छोटी तो देखा छोटी दूर खड़ी गोलगप्पा खा रही थी "

शर्मा। जी हसने लगे और उन्होंने कहा कि तुम दोनों अब भी वैसे ही हो गोलगप्पा देखा नहीं कि भाग गए और अब तो आरुषि अकेले नहीं बरखा भी उसके साथ खा रही थी और गोलगप्पे वाले से के रही थी और तीखा जबकि आंखों से आंसू निकाल रहे थे दोनों के फिर दोनों ने पैसे दिया और चल दी शर्मा जी के साथ खुराना मैंशन की और मैंशन पहुंचने के बाद शर्मा की ने दोनों से कहा कि "इक काम ककरो थोड़ा आराम कर लो फिर मैं सात बजे आ कर के तुम्हे सबसे मिलवा दूंगा" तो दोनों ठीक है कह कर अन्दर चली जाती है  लेकिन दो आंखें तब से बरखा को निहार रही थीं ।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Romance