मेकओवर

मेकओवर

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कभी-कभी इंसान अपनी बनाई परिस्थितियों में ऐसा फंस जाता है,के गले की हड्डी बन जाता है। लोग एक ओखली में सिर देते हैं हमने कई ओखली में एक साथ सर दे दिया। हुआ यूं कि हमारे पड़ोस में एक नया नया शादी किया जोड़ा रहने के लिए आया।            

उसमें जो महिला थी, महिला क्या लड़की ही मानो बहुत ही सुंदर चंचल फिगर जैसे शिल्पा शेट्टी,बाल जैसे डिंपल कपाड़िया ,आंखें जैसे ऐश्वर्या राय बिना मेकअप के ऐसे लगती मानो अभी अभी तैयार होकर आई हो।

उसे देखकर सच बोले तो ईर्ष्या का भाव तो लगता था। कहां उसकी कमर कहाँ हमारा कमरा, कहाँ उसके बाल कहाँ हमारी झाड़ू ,लेकिन भयंकर ईर्ष्या भाव होते हुए भी पड़ोसी धर्म तो निभाना ही था।   ।                    

हम दो कप चाय लेकर उनके घर पहुंचे। सच बताएं तो मन में कुछ यह भी भाव था कि पास से देखेंगे कहीं प्लास्टिक सर्जरी तो नहीं करा रखी, या फिर एक नजर कॉस्मेटिक्स पर डालेंगे कि क्या क्या यूज करती है।

हम चाय लेकर पहुंचे और उन्हें चाय दी बातें शुरू हुई उन्होंने अपने बारे में कुछ बताया ,कुछ हमने ..घूम फिर कर आखिरकार हम असली बात पर पहुंचे हमने कहा

" सुनो शैली अपनी स्किन और फिगर के लिए क्या-क्या करती हो जरा मुझे भी बताओ हम भी थोड़ा मेकओवर कर ले"                                        

शैली बोली अरे "भाभी जी क्यों चिंता करते हो आप तो ऐसे ही अच्छे लग रहे हो "हम समझ गए यह नहीं चाहती कोई इसके जैसा लगे हमने फिर जोर डाला" अरे नहीं नहीं कुछ तो बताओ "    

वह बोली" ठीक है कल मैं आपको लेकर चलती हूं जहां मैं जाती हूं और अपनी केयर करती हूं"                

हमने भी सोचा "जब ओखली में सर दिया तो मूसलो का क्या डर "किसी ब्यूटी स्पा में ले जाएगी और क्या ?  

दोपहर का खाना भी सुबह ही बनाया और शैली के साथ चले उस अनजानी राह पर जो हमें खूबसूरती की तरफ ले जाने वाली थी।                 

सबसे पहले वह हमें लेकर उम्मीद के अनुसार ब्यूटी स्पा में लेकर गई स्पा की भव्यता को देखकर ही हम समझ गए कि मुसल बड़ी जोर का पढ़ने वाला है। हमने कुछ ना नुकुर टालमटोल की कोशिश की जो की सफल नहीं हुई। आखिरकार हम उस स्पा में भांति भांति के सौंदर्य प्रसाधन और सौंदर्य औजारों से दो चार होते हुए जब हम बाहर निकले तो चेहरे की बची खुची रौनक भी साढ़े सात हजार का बिल देने की वजह से चली गई।

 उसके बाद हमने सोचा अब आगे की राह ना ही लें तो अच्छा है पर हम ओखली में सर दे चुके थे अब मना कैसे करें ? उसके बाद हमें लेकर वह जिम गई। जिम में हमारा सिक्स्थ मंथ पैकेज वाला फॉर्म भरवा डाला उसके साथ साथ जिम वाले सर के प्रोडक्ट भी खरीदने पड़े।                  

अब मैं सोचती हूं कहीं ऐसा तो नहीं उसने दोनों जगह से कुछ कमीशन मारा हो ? खैर जो भी है हमने यह खर्चा भी कर डाला उसके बाद घर आकर हिसाब लगाया तो महीने का बजट गड़बड़ाता हुआ दिखा।                    

लेकिन अब हम बैल को दावत दे चुके थे कहकर कि आ बैल मुझे मार

पहली समस्या पतिदेव को क्या बताएंगे ? दूसरी समस्या 6 महीने जिम कैसे जाएंगे ? वह तो अकेली पति के साथ हम यहां विद फैमिली भरे पूरे परिवार के साथ खैर 15 दिन किसी तरह भागदौड़ कर के जिम पहुंचे वहां जो ऐसी ऐसी एक्सरसाइज करी की 2 दिन घर में झाड़ू पोछा भी नहीं लगा। ।उसके बाद हमने पकड़े कान और यह सोच कर अपने मन को तसल्ली दी कि ईश्वर प्रदत्त सुंदरता किसी किसी को मिलती है उसको यह गॉड गिफ्टेड है उसकी बराबरी करने की कोशिश ना ही करें तो अच्छा। हम अच्छा हमारी कमरे जैसी कमर अच्छी बस और कुछ नहीं चाहिए अब भगवान बचाए ऐसे मेकओवर से।  


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