माँ
माँ
एक ऐसा शब्द जिसने मेरे अस्तित्व को एक नई दिशा दी, अगर मेरे जीवन में माँ नहीं होती तो शायद ये मेरा वजूद नहीं होता, या फिर मेरा वजूद शून्य होता ,न कोई पहचान, न ही कोई उद्देश्य, सिसकते, टूटते एक दिन बिखर जाती और बिखरने के बाद समेटने की न हिम्मत होती न ताकत।
आपने मेरे अंदर के आत्मविश्वास को जगाया मुझे आत्मनिर्भर बनाया, जमाने की आँख में आँख डालकर बात करना सिखाया, उनके कदम से कदम मिलाकर चलना सिखाया।
वाकई कभी कभी मैं सोचती हूँ कि अगर आप नहीं होती तो मेरा क्या होता, मैं हीन भावना से ग्रसित मानसिक रूप से बीमार जमाने की नजरों से दूर होकर छिपने का प्रयास ही करती रहती।
वाकई माँ अपने आप में हिम्मत होती है जो अपने बच्चों को किसी भी परिस्थिति में कमजोर नहीं होती।
आपने सदा मुझे आगे खड़ा कर खुद ही पीछे रही, पहले तो मुझे समझ नहीं आता था ऐसा क्यों
पर अब लगता है कि मुझे आप साहस देना चाहती थी हिम्मत देना चाहती थी ताकि दुनियावी प्रपंचों का सामना कर सकूँ।
वाकई जो भी हूँ प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से आपके ही हौसलों का प्रतिफल है।
शुक्रिया शब्द कहकर आपका अपमान नहीं कर सकती, बस हर जन्म में आप मेरी माँ ही रहो।
प्यार दुलार सम्मान