खूबसूरत जीवन
खूबसूरत जीवन
आज होली है जो कभी रेणु का पसंदीदा त्यौहार हुआ करता था। लेकिन अब उस त्यौहार से नफरत हो गई थी उसे। दो साल पहले रोहन ने होली के बहाने उसके साथ बदतमीजी करनी चाही। वो तो शुक्र है नवीन का जो वक़्त पर पहुंच कर बचा लिया उसे वरना तो रेणु किसी को मुंह दिखाने लायक न रहती।
नवीन ने बहुत कोशिश की उसे इस सदमे से बाहर लाने की लेकिन रेणु को तो जैसे होली से नफरत हो गई थी। तभी दरवाजे पर दस्तक हुई। देखा तो नवीन अपनी फैमिली के साथ आया था । नवीन रेणु को अपनी दुल्हन बनाना चाहता था।
रेणु के पापा ने इस रिश्ते को मंजूरी दे दी लेकिन रेणु ने मना कर दिया। नवीन ने कहा,किसी की गलती की सजा तुम खुद को क्यों दे रही हो। जीवन बहुत खूबसूरत है और मैं तुम्हारे जीवन में फिर से रंग भरना चाहता हूं। रेणु ने आखिर में हां कर दी और नवीन ने उसके गालों पर गुलाल लगाकर होली यादगार बना दी।