जीवन सबका एक समान अधिकार
जीवन सबका एक समान अधिकार
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दुनिया में सब बुरे काम मनुष्य अपने अंदर बनाये विश्वास या अंधविश्वास से किया करते है ।वे इतने अंधकार में डूब जाते है कि उन्हें पता ही नहीं चलता कि बुरे कामों से अपने हाथों से पाप हो रहा है तभी भी वे किसी को आदर्श मानकर उसे पुरी विश्वास से करते हैं ।यही कारण है आजकल बुरे कर्म बढ़ रही है ।आतंकवाद का कारण यही है , आतंकवादी धर्म के नाम पर आतंक कर रहे हैं,नेता राजनीतिक कि का बहाना दे रहे हैं,ढोंगी पाखंडी बाबा भी धर्म के नाम पर पैसे का व्यापार कर रहे हैं,ये सभी अपनी नीति ओर धर्म के विरुद्ध काम करते हैं।
जब जब लोग ऐसे धर्म के विरुद्ध काम करते हैं, तभी समाज में एक महान व्यक्ति का आगमन होता है और वो समाज में होने वाले बुरे कर्म का नाश करता है,ये सदियों से चलता आ रहा है, सबको पता है तभी भी वे ऐसे कर्म किये जाते हैं, और एक वक्त ऐसा आता है तब आप कितने भी शक्तिशाली हों लेकिन छोटे से सच्चे व्यक्ति से हार हो जाती है ।अंहकार का नाश हो जाता है ओर वो एक इतिहास बन जाता है।जो यह चक्र समझता है और नियती के साथ चलता है, वह व्यक्ति अपना जीवन सुरक्षित कर लेते हैं और जो व्यक्ति अपने हाथ में रहने वाले शक्ति का दुरूपयोग करता है, वह व्यक्ति अंत दुखी हो जाता है।सभी धर्मों का मूल उद्देश्य है "जीवन सबका एक समान अधिकार "।