जीवन की मुस्कान
जीवन की मुस्कान
"शीर्षक प्रसंग":-जीवन हमें सिख देता हैं, मन से लगन से आगे बढ़ने की, प्रयास करने की ओर प्रत्येक जीव पर मुस्कान बिखेरने की! ओर जीवन को उत्सव की तरह जीने की!
आहा कितना खूबसूरत दिन हैं,
सूरज एक खूबसूरत तरीके से चमकता हैं! में रोज नहा लेता हूँ, दांत साफ करता हूँ और एक उत्सव के लिए तैयार होता हूँ! लेकिन जीवन अंततः व्यर्थ है जब तक मंजिल ओर तकदीर नहीं मिल जाती हैं!.. लेकिन मैं घर से निकल जाऊँगा, सड़क पर उतर कर, ऊपर से नीचे, हाथ बाहर कर मेरा पसंदीदा गाना बजाकर और ताल के लिए सिर हिलाकर , मैं- मैं-, मैं कक्षा में जाऊँगा हर परीक्षा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करके दिखाऊंगा!
'जब तक मैं पास नहीं हो जाता' और जब तक मेरे ग्रेड मेरे चेहरे पर खिल नहीं जाते हैं !
आप जो सीखते हैं उसका 98 प्रतिशत बेकार है तथा अपने सभी दोस्तों के साथ घूमने का मौका मिलते ही इसे पेश करे! (हाँ) जो अपने सबसे प्रिय दोस्त, जो सबसे अच्छे दोस्त हैं उनके साथ अपना समय बिताने का इससे बेहतर तरीका नहीं सोच सकते ! यदि दिमाग खराब है, तो भी आपके सभी दोस्त आप पर फिदा हो जाएंगे!
सोचो मैं सबसे महान राष्ट्र में जीवित हूँ! देशवासियों पर गर्व करता हूँ, इस खूबसूरत पक्षी का मतलब है सभी के लिए आजादी गुलामों को बताओ कि गंजा चील गंजा नहीं है, मैं पल में भी जी सकता हूं, दूध हर घर में अपने नैदानिक अवसाद को दूर कर सकता हूँ! लेकिन मैं बस खुश रह सकता हूँ, चाहे कुछ भी हो चाहे आनुवांशिक ही क्यों नहीं, हम नए तरीकों से हर मर्ज का इलाज ढूंढेंगे!
उह, कम से कम हम जवान रहे, लंबे समय के लिए नहीं तो जीवन के आनंद के पल के हर सेकंड में मुस्कान से जीए !
केवल नीचे की ओर नहीं अपितु ऊपर भी देखे, हमें अधिकतम प्रयास व लाभ की ओर जाना हैं! ओर मौके हमेशा नहीं मिलते सोच कर आगे बढ़ना है!
या फिर पछताना हैं, हम जवान हैं अभी के लिए जीवन आनंद है कुछ लोगों के लिए हमें इसका अधिकतम संचार करना है! ओर हमें निश्चित कामयाब होना है ,जीवन का उत्सव मनाना हैं!
हमें अपनी, अपनो की, जीवन की मुस्कान बनना है!
