Dinesh Dubey

Crime

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Dinesh Dubey

Crime

हफ्ता वसूली भाग 14

हफ्ता वसूली भाग 14

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सुबह करीब नौ बजे थे , दोनो अभी भी जैसे घोड़े बेच कर सो रहे थे, उसी समय धोत्रे का फोन आता है, कमल कि नींद खुलती हैं जमील सोया था ,कमल उसे उठाता हुए कहता है " भाई उठी धोत्रे साहब का फोन आ रहा है ,"!!


जमील हड़बड़ा के उठता है और कहता है ," अरे बापरे बाप साला नींद भी खतरनाक आ गई , "!! फोन उठाता है, " हेलो ,नमस्ते साहब वो सो रहे थे, जी नहीं अभी देखा नही ,आप बोलो तो गिन लु ,अच्छा आप आ रहे हो आ जाओ ,क्या दरवाजे पर हो ,"!?


कमल से दरवाजा खोल भाई साब बाहर खड़े हैं,"!; कमल दरवाजा खोलता है ,सामने सिविल ड्रेस में धोत्रे खड़ा था ,वह कमल और जमील को गंदी गाली बकते हुए कहता है ," आधे घंटे से खड़ा हूं और तुम लोग सो रहे हो ,"! , 

जमील उसके पैर छूकर कहता" साब आप तो अपुन के लिए भगवान से बढ़कर हो , में तो तुम्हारा फोटो लगा के पूजा करने कि सोच रेला हूं, ,"!! 

धोत्रे बोलता है," बस कर बहुत हो गया बैग किधर है , " !! 


तभी उसकी नजर सामने रखे बैग पर जाती हैं ,वह खोलकर पैसे देखता है और निकल कर गिनने लगता हैं, पूरे 2लाख 80 हजार हैं ,जमील कहता है ," क्या बात कर रिले हैं साब , बुड्ढे से तो अच्छा मिल गया , "!! 


धोत्रे उसको देख के बोलता है , " नजर नहीं लगाने का ,जो मिले वो लेके मुंह बंद कर लेने का, वह 30 हजार उनको देता है और बाकी का बैग में डालकर जाते हुए बोलता है " ये किसी को बोलना मत ,अपुन का है, वो सिपाही को भी देना होगा,"!!

वह जाता है ,कमल जमील से पूछता है ," भाई वो पैसे कब निकाले ,"!! वह कहता है" रात को टॉयलेट के लिए उठा था तभीच निकाल कर रख दिया था , अपुन को मालूम था ओ कमीना सूबे सूबे टपकेगा , "!! 


कमल उसका मुंह देखता है और कहता है , अरे अभी तो भगवान बना रहे थे और अभी गाली दे रहे हो, "!! जमील कहता है ," अबे यार तू भी ना , अरे ये दुनिया बोले तो मार्केट है ग्राहक को भगवान बोल के लुटते है कि नही, "!!  

कमल उसका मुंह देखता है, "!! 


दोनो दोपहर में पक्या के पास बैठे हैं , पक्या उन्हे उनके जगह पर ले जाता है ,जहां उनका रूम बन रहा है , जमील कहता है ," पक्या भाई अपुन एक लाख लायेला है तेरे को देने के लिए ,"!! 


कमल पैसे देता हैं , पक्या पूछता है " ये जगा किसके नाम पे करने का है,"!! जमील बोलता है " अपुन के छोटे भाई के नाम पे अपुन का क्या ठिकाना कभी भी अंदर जाता हूं कभी भी बाहर रहता हूं और वैसे भी मैं ये घर वर के चक्कर में अटकना नही चाहता हूं ,और इसका है तो मेराच है,"!! 


समय का चक्र तेज़ी से चलता है वह किसी का इंतजार नही करता है ,इसी तरह छोटे मोटे काम करते हुए एक महीने निकल गए और एक महीने में ही कमल के नाम 800 स्क्वेयर फिट का एक घर हो गया भले ही अप्पा पाड़ा के झोपड़ पट्टी में हुआ , पक्या ने अच्छा घर बनवा के दिया ,वह वादे और दोस्ती का पक्का निकला,और हर समय इनके लिए खड़ा रहता था ,,!!

मनोज को भी एक दुकान लगवा दिया अब उसकी पत्नी कमल को देवर जी देवर जी कहते नही थकती थी , इसी दरम्यान करीब इन लोगो ने 7 लाख रुपए कमा लिए थे, पर अभी तो शुरुवात थी , अभी तो बहुत कुछ होना था कराएं की दुनिया ऐसे आसानी से नहीं चलती है ,"!!

मालवानी वाले घर को कमल ने ठीक ठाक करवा लिया था ,वह घर भी कदम साहब ने जबरन कब्जा किया हुआ था,तो अब इन्ही लोगो का ही हो गया था, दोनो सुबह उठ कर तैयार हो रहे थे तभी कदम साहब का फोन आ जाता है, अब कदम साहब डायरेक्ट कॉल करने लगे थे, जमील फोन उठाता है," हैलो साब नमस्ते ,!! कदम उसे तुरंत मिलने बुलाता है, "!!


दोनो कदम के सामने खड़े हैं , कदम जमील से कहता है ," कुछ स्पेशल काम है , उसमें थोड़ा रिस्क है ,पर माल बहुत मिलेगा बोलो करोगे दोनो की लाइफ बन जायेगी , दोनो एक दूसरे को देखते हैं,जमील पूछता है ," साब लफड़ा कैसा है ,आप लोग का सर पे हाथ हैं तो कुछ भी करेगा, पर करना क्या है, "!! 

कदम कहता है ," आज ड्रग्स का बड़ा खेप आने वाला है,हम लोग उसको पकड़ेंगे, साथ में नारकोटिक्स वाले भी रहेंगे , उस माल में से माल गायब करने का है, तुम को हम जगह बताएगा तुम दोनो उधर सेट रहना जैसे ही हम रेड करेंगे थोड़ा माल तुमको दे देंगे तुम लोग ले के निकल लेना ,बाद में मेरे पास पार्टी है बेच देंगे , "!! 

कमल कहता है," साहब वो तो आप भी निकाल के ला सकते हैं, "!! कदम एक भद्दी सी गाली बकता है और कहता है, " अब तू हमको सिखाएगा , जो बोला उतना ही करने का कुछ पूछने का नही ,,,!!

क्रमशः



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