जिसे अपनाने में आपको हर्ज़ नहीं हुआ तो मुझे कैसे? ये गुलाब नहीं कमल है कमल” जिसे अपनाने में आपको हर्ज़ नहीं हुआ तो मुझे कैसे? ये गुलाब नहीं कमल है कमल”
मन कमल की तरह खिल जाए ? फिर मैं लल्ली के साथ खेल सकूँ। मन कमल की तरह खिल जाए ? फिर मैं लल्ली के साथ खेल सकूँ।
भूखे पेट...कीचड़ में कमल नहीं, मुझे धान की बालियाँ लुभाती है।” भूखे पेट...कीचड़ में कमल नहीं, मुझे धान की बालियाँ लुभाती है।”
झोपड़ी भी इतनी सुंदर बना रखी थी कि देखते ही मन मोह ले। झोपड़ी भी इतनी सुंदर बना रखी थी कि देखते ही मन मोह ले।
बचपन से सुनी उस कहावत को मैंने आज जी भर जिया,आज हक़ीक़त में, "कीचड़ में कमल खिला था"।। बचपन से सुनी उस कहावत को मैंने आज जी भर जिया,आज हक़ीक़त में, "कीचड़ में कमल खिला था...
सारी चिढ़ तो इसके पहले शब्द से शुरू होती है,' उठो ', क्यों उठो सारी चिढ़ तो इसके पहले शब्द से शुरू होती है,' उठो ', क्यों उठो