हिप्नोटाइज - 1
हिप्नोटाइज - 1
"दिव्या आपकी हेल्प कर सकती है।"
"क्या ? कौन ?"
"दिव्या ...दिव्या शर्मा।"
"रवि ! तुम मेरे बेटे के बहुत अच्छे दोस्त होकर भी उसकी मदद नहीं कर पा रहे हो, फिर कोई लडकी..."
"वह कोई आम लड़की नहीं है, वह बहुत ही सुलझे दिमाग वाली समझदार लडकी है। लोग समझते है कि केवल लड़के ही किसी काम में लड़कियों से अधिक एक्सपर्ट होते हैं पर दिव्या हर काम को अच्छी तरह से कर सकती है।"
मिस्टर पंकज जड़ेजा बोले- " रवि ! चाहे जैसे भी हो, एक बार मेरा बेटा सुधर गया, तो... "
"अंकल ! आप टेंशन मत लीजिये। अगर दिव्या ने आपका काम कर दिया तो ठीक है, लेकिन वो नहीं कर पायी तो दुनिया का कोई इंसान आपकी मदद नहीं कर सकेगा।"
"पर, दिव्या है कौन ?...रहती कहाँ है ?"
"दिव्या मेरे ही काॅलेज में पढ़ती है, मैं जल्द ही उसे आपसे मिलवाने लाऊंगा।"