हिंदी है तो शर्म कैसी
हिंदी है तो शर्म कैसी
नेहा ने हिंदी में एम. ए किया और कजन्स ने सांइस, मैथ, इंग्लिश से किया। वो आज ही दिल्ली नेहा के घर आए थे।
नेहा को शर्म आ रही थी कि कैसे सब को बताऊगी कि मेरा विषय क्या है ? पापा ने समझाया बेटा कुछ भी करो अच्छे से करो मातृभाषा को बताने में शर्म कैसी!
हमारी मातृभाषा में मिठास है जीने की आस है ये हमें सात सुरों में बांध कर रखती है जो न केवल हमें मानसिक शक्ति देती है बल्कि हमें हमारी मिट्टी से जोड़ कर रखती है। नेहा अब गौरव महसूस कर रही थी।
