हैप्पीनेस क्लास
हैप्पीनेस क्लास
दिल्ली के सरकारी विद्यालयों में कक्षा नर्सरी से आठवीं तक जुलाई 2018 में हैप्पीनेस क्लास हमारे पूर्व शिक्षा मंत्री श्री मनीष सिसोदिया जी द्वारा आरम्भ की गई थी।
इस क्लास का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सक्रियता और व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाना है। जिसके बेहतर परिणाम काफी हद तक हमें छात्रों में देखने को मिल रहे हैं।
हैप्पीनेस क्लास या यूं कहें "खुशियों की पाठशाला"। जिसमें विद्यार्थी भिन्न - भिन्न प्रकार की गतिविधियों से नई - नई चीज़ों को सीखते हैं। जैसे :- मेडिटेशन से किसी विशेष वस्तु या कार्य पर ध्यान केंद्रित करना, अपने आसपास के वातावरण से परिचित होना, किसी विषय पर तार्किक चिंतन करना व श्रवण एवं वाचन शक्ति का विकास करना। हैप्पीनेस क्लास में बहुत सारी मनोरंजक कहानियां भी सुनाई जाती हैं। जिन्हें बच्चे अपने जीवन से जोड़ने का प्रयास करते हैं और कहानियों से मिली सीख को ध्यान में रखकर जीवन में अच्छे कार्यों को करने के लिए प्रेरित होते हैं।
इस क्लास में कहानी खत्म होने के बाद बच्चों से प्रश्न पूछे जाते हैं। जो बच्चों को गम्भीरता से विचार करने व समझने के लिए प्रेरित करते हैं। इस क्लास की एक मज़ेदार बात यह है कि इसमें किसी भी बच्चे के उत्तर अथवा विचार को गलत नहीं माना जाता। साथ ही सभी बच्चों को अपनी बात कहने का समान रूप से अवसर दिया जाता है। जिससे बच्चे उत्सुकता से अपने दिल की बात कह पाते हैं। हैप्पीनेस क्लास में मोरल वैल्यूज पर भी चर्चा की जाती है। जैसे :- दूसरों के प्रति सम्मान एवं स्नेह का भाव रखना, बड़ों की बात मानना, दूसरों के प्रति दयालु होना व दूसरों की मदद करना आदि। इस क्लास में होने वाली सभी गतिविधियां बहुत ही रोमांचक होती हैं और बच्चों को अपना जीवन बेहतर बनाने के लिए उनका मार्गदर्शन करती है। "गुस्सा कैसी बला है" जैसी गतिविधि बच्चों में व्यवहारगत परिवर्तन लाने का एक सशक्त उदाहरण है। हफ़्ते के अंत में बच्चों से फीडबैक लिया जाता है। यह क्लास बहुत ही शानदार, मज़ेदार एवं प्रेरणादायक है।