गुमशुदा भाग 10

गुमशुदा भाग 10

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भाग 10

 

भुवनेश्वरी कुछ देर मोबाइल से उलझी रही फिर बोली, लो देखो, टैक्सी नम्बर 5255 पर दो केस दर्ज हैं। एक बार रेड लाइट जम्पिंग का मामला है और दूसरी बार सिग्नल पर टैक्सी जेब्रा क्रासिंग पर खड़ी है। दोनों अपराधों की तस्वीर सहित यहाँ डिटेल मौजूद है। देशमुख ने आतुरता से मोबाइल भुवनेश्वरी के हाथ से ले लिया और ध्यान से देखने लगा। रेड लाइट तोड़कर भागते समय तो टैक्सी के पिछले भाग का फ्लैश लाइट से लिया गया फोटो था लेकिन सिग्नल पर खड़ी टैक्सी जेब्रा क्रॉसिंग के ऊपर खड़ी थी उसका पूरा स्पष्ट फ़ोटो लगा हुआ था। टैक्सी में बैठी सवारियां भी दिख रही थीं। सवारी का चेहरा देखकर देशमुख के रोंगटे खड़े हो गए। पिछली सीट पर मुड़े तुड़े कान वाला सलाहुद्दीन मालवी बैठा हुआ था। ड्राइवर सजीवन यादव स्टेयरिंग व्हील थामे बैठा था। उसे गुमान भी नहीं था कि उसकी टैक्सी ने कोई नियम तोड़ा है। वह चुपचाप बैठा सिग्नल के हरे होने की प्रतीक्षा कर रहा था लेकिन उसकी बगल की सीट पर जो आदमी बैठा था उसने मानों देशमुख को आकाश से जमीन पर पटक दिया। उसने बिना कुछ कहे मोबाइल मगन राठौर की तरफ बढ़ा दिया, मगन की हालत भी वह तस्वीर देखकर खराब हो गई, फिर उसने पूछा, यह आगे बैठा आदमी कौन है? देशमुख धीरे से बोला, इसका नाम गोविंद बनमाली है। इसी का लड़का गुमशुदा है जिसकी हम तलाश कर रहे हैं।

इतना सुनकर मगन का मुंह खुला का खुला रह गया। देशमुख ने उसकी ओर से ध्यान हटा लिया और भुवनेश्वरी से बोला, यू आर ग्रेट मैडम!! आपने तो चुटकी में मेरी समस्या सुलझा दी, मेरी समझ में नहीं आ रहा कि कैसे आपको धन्यवाद दूँ!

भुवनेश्वरी अपनी प्रशंसा सुनकर हमेशा गड़बड़ा जाती थी वह हाथ जोड़कर नहीं, नहीं, कहने लगी फिर उसने सुधीर की ओर देखा, तो उसकी आँखों में भुवनेश्वरी के लिए ऐसे प्रेम के भाव उमड़े हुए थे कि वह बुरी तरह शर्मा गई और झेंप कर देशमुख की ओर देखने लगी और बोली, अच्छा अब आज्ञा दीजिये, दफ्तर जाना है। सुधीर और भुवनेश्वरी विदा लेकर चले गए। मगन और देशमुख भुवनेश्वरी से बुरी तरह प्रभावित उसकी चर्चा करने लगे।


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