बुद्धिमान चिड़िया
बुद्धिमान चिड़िया
एक चिड़िया थी उसका नाम रिंकी था एक बार वह एक गांव में उड़ रही थी उड़ते उड़ते उसको एक भैंस दिखाई ,वह उस भैंस के ऊपर जाकर बैठ गई और उसको छेड़ने लगी। भैंस परेशान हो गई उसने उसे छेड़ने के लिए मना किया पर चिड़िया नहीं मानी। खेलते खेलते चिड़िया भैंस के पीछे जमीन पर बैठ गई, भैंस ने गुस्से में चिड़िया के ऊपर गोबर कर दिया और वहां से चली गई। चिड़िया चिल्लाने लगी कि कोई मेरी जान बचाओ उसी समय वहाॅ एक बिल्ली आई ,चिड़िया को देखकर उसके मुंह में पानी आ गया बिल्ली ने सोचा कि वह चिड़िया को गोबर से निकाल लेगी तथा उसे खाकर अपना पेट भरेगी ।बिल्ली ने चिड़िया को गोबर से निकाला और उसे खाने की तैयारी करने लगी।
चिड़िया ने कहा मैं तो गोबर से इतनी गंदी हो रही हूं आप पहले मुझे धो लीजिए। बिल्ली ने कहा यह तो तुम ठीक कह रही हो उसने चिड़िया को धो लिया तथा उसे खाने की तैयारी करने लगी तभी चिड़िया ने कहा रुको रुको पहले मुझे सूखने तो दो फिर आप मुझे खाना तब ज्यादा स्वादिष्ट लगेगा। बिल्ली चिड़िया की बातों में आ गई उसने कहा ठीक है पहले मैं तुम्हें सूखने देती हूं । जैसे ही चिड़िया के पंख सूखे चिड़िया यह कहते हुए फुर्र से उड़ गई कि पहले क्यों नहीं खाया था। बिल्ली उसको देखती रह गई।
