पंजाबी ढाबा
पंजाबी ढाबा
आज मुझे एक शादी में जाने का मौका मिला । नाश्ता करने के बाद अचानक मेरा ध्यान पंजाबी ढाबा के काउंटर पर गया । मेरे कदम अनायास ही उस तरफ चल दिए वहां जाकर मैंने देखा कि वहां पर पंजाबी ढाबे जैसी सभी व्यवस्थाएं की गई थी। खाट पड़ी हुई थी खाट के ऊपर एक तख्ता रखा था जिसको मेज की तरह प्रयोग किया जा रहा था। उस काउंटर पर पंजाबी संस्कृति में बनने वाली सभी पकवान जैसे- सरसों का साग, मक्का की रोटी, मक्खन, गुड ,चटनी, पंजाबी छोले ,कढ़ी चावल ,अमृतसरी नाॅन ,आदि मौजूद थे ।उन सभी पकवानों को देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया ,मैंने सभी को थोड़ा थोड़ा प्लेट में लेकर खाया। शादी में पंजाबी ढाबे का खाना खाकर व उस बैठक व्यवस्था को देख कर दिल खुश हो गया, ऐसा लगा वास्तव में ढाबे में बैठकर ही खा रहे हो । खाना बनाने व खिलाने वालों की पोशाक भी पंजाबी संस्कृति के अनुसार ही थी जो उस काउंटर को और भी आकर्षक बना रहे थे तथा काउंटर पर खड़े लोग भी बड़े प्यार से सभी को खाना खिला रहे थे ।शादी में और सब व्यवस्थाएं भी बहुत अच्छे थे परंतु पंजाबी ढाबा मुझे बहुत पसंद आया।