बचपन
बचपन
नन्हीं रिया सहमी हुई खड़ी थी।मम्मी पापा के रोज रोज के झगड़ों से वह डरी सहमी रहती थी।
उसके कामकाजी मातापिता एक दूसरे पर भड़ास निकालते और उसका बाल मन इस बात को समझ ही ना पाता कि उसके मम्मी पापा दूसरे बच्चों के मम्मी पापा की तरह क्यों नहीं व्यवहार करते ?
क्यों वे हमेशा लड़ते रहते हैं ? ये सब सोच सोचकर रिया डिप्रेशन में चली गई थी।
उसकी क्लासटीचर ने उसे सहमा देख काउंसलर मैडम के पास भेज दिया।और उसके बाल मनो वैज्ञानिक विश्लेषण से कारण पता चला और समय पर थेरेपी की वजह से वह जल्दी ही अपने बचपन में लौट आई।
