बात का बतंगड़ ना बनाओ यारो
बात का बतंगड़ ना बनाओ यारो
बात का बतंगड़ ना बनाओ यारो,
जो है, उसका लुफ्त उठालो मेरे प्यारो।
कुछ पल प्यार करके औरों से,
उनके जीवन में भी बहार ला दो।
कुछ पल खुद के लिए निकाल
खुद के साथ ही मुस्कुरा लो।
छोटी छोटी गलतियों पर पर्दा डाल
बन जाओ किसी के गले के हार।
देखना फिर प्यार सब करेगे तुम्हें,
यार हो चाहे रिश्तेदार ।
अब भूल के अपना- पराया,
मेरा- तुम्हारा ,
बस अपने जीवन को सफल बना
किसी की मिशाल बन जाओ मेरे न्यारो।
बार बार नहीं मिलती जिंदगी
मेरे इस प्यारे से सन्देश को अपने जहन
में भर लो मेरे प्यारो।
बात का बतंगड़ ना बनाओ यारो,
जो है, उसका लुफ्त उठालो मेरे प्यारो।