अटूट रिश्ते की बुनियाद
अटूट रिश्ते की बुनियाद
एक रिश्ता जो हर परेशानी को पार कर दे, एक अमूल्य दोस्त जो जूझ कर आपका साथ देने के लिए खड़ा हो, दोस्ती जैसा रिश्ता हर किसी को हासिल नहीं होता, जो इंसान के पास सच्चा दोस्त होता है उससे ज्यादा अमीर इंसान इस दुनिया में नहीं I
आज हम आपको ऐसे ही दो दोस्तों की कहानी सुनाते हैंI एक छोटा सा गांव था I वह गांव में हरियाली चारो ओर थी I जहां पक्षियों की सुरीली गूंज सुनाई देती थी I बड़े बड़े पहाड़ों के बीच नदियाँ बहती थीं I
इस गांव में एक ही दिन दो बच्चों का जन्म हुआ I एक बच्चे का नाम राम और दूसरे बच्चे का नाम श्याम था I राम का जन्म एक बहुत धनवान परिवार में हुआ और श्याम का जन्म गरीब परिवार में हुआ I श्याम के पिताजी राम के घर चौकीदारी का काम करते थे I श्याम अपने पिताजी के साथ राम के घर आता जाता था I दोनों साथ खेलते थे I राम ने कभी श्याम को अह्सास नहीं होने दिया कि वह गरीब परिवार से है I दोनों का रिश्ता अटूट था क्योंकि उनके रिश्ते में प्रतिबद्धता और पारदर्शिता थी I वह दोनों एक दूसरे से कभी कोई बात नहीं छिपाते थे I
राम और श्याम साथ खेलते बड़े होने लगे,वह दोनो सातवीं कक्षा मे थे I तब दो दोस्तों के बीच अनबन होने लगी,उनकी दोस्ती को जैसे नजर लग गई थी,दो दोस्तों के बीच सुरेश नाम का लड़का आ गया था I वह दो दोस्तों को एक दूसरे के खिलाफ कान भरा करता था I राम और श्याम के बीच अनबन होने लगी उसका एक कारण अहंकार था I राम और श्याम ने कभी एक दूसरे से अपनी बात सुलझाने का प्रयास नहीं किया
हर एक रिश्ते में "सीधी बात " एक ऐसी चाबी हैं जिससे हर एक रिश्ते का ताला खुल जाता है I किसी भी रिश्ते में ईमानदारी, प्रतिबद्धता और पारदर्शिता बहुत जरूरी है I