अमिरो के ठाट
अमिरो के ठाट
सुबह का समय था सब लोग टेबलेट पर बैठकर चाय की चुस्की ले रहे थे। अचानक फोन की घंटी बजी। टरन टरन टरन! राधिका ने फोन उठाया, हेलो मैडम मैं सकू बाई का पति बोल रहा हूं बुखार से तप रही है 2 दिन हो गए हैं आज वह नहीं आ पाए गी।
तो रखते ही राधिका गुस्से से लाल हो गई, नौकरों का तो रोज का है दिन भर बीमार पड़ते रहते हैं। कल पार्टी थी उसके भी बर्तन पड़े है।
कुछ देर बाद!
राधिका अपने बेटे से बोलती है,
बी पी और शुगर बढ़ी हुई लग रही है डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा गाड़ी निकालो।