Dashrathdan Gadhavi
Classics
राहत दे आत्म को, दूर करे पीडन को।
एसे ही कल्पवृक्ष चाहिए मुझे, जो वर दे सब।
कर दे नीहाल ओर शांता दे संसार पीडन को।
हां मुझे वो कविता चाहिए, बाग बाग करे मुझे,
मिटा दे बरसो की प्यास, रस दे मुझ नीरस को।
आतुर हूँ
तुम मेरी भोग्या हो इसलिए मेरे साथ मधु यामिनी मना सकती हो । तुम मेरी भोग्या हो इसलिए मेरे साथ मधु यामिनी मना सकती हो ।
शुक्राचार्य समझ नहीं पा रहे थे कि देवयानी के मस्तिष्क में क्या चल रहा है । शुक्राचार्य समझ नहीं पा रहे थे कि देवयानी के मस्तिष्क में क्या चल रहा है ।
शर्मिष्ठा कहने को तो मेरी सखि है परन्तु वह मुझसे बहुत ईर्ष्या करती है। शर्मिष्ठा कहने को तो मेरी सखि है परन्तु वह मुझसे बहुत ईर्ष्या करती है।
लंका के प्रतिनिधियों और जनस्थान के निवासियों में संघर्ष बढ़ता ही जा रहा था। लंका के प्रतिनिधियों और जनस्थान के निवासियों में संघर्ष बढ़ता ही जा रहा था।
देवयानी का मन बहलाने के लिए शुक्राचार्य उसे एक रमणीक स्थल पर लेकर चले गये। देवयानी का मन बहलाने के लिए शुक्राचार्य उसे एक रमणीक स्थल पर लेकर चले गये।
यशोधर्मा ने चीते की तरह छलांग लगाकर समस्त तरबूजों को आकाश में ही एक ही वार से काट दिया। यशोधर्मा ने चीते की तरह छलांग लगाकर समस्त तरबूजों को आकाश में ही एक ही वार से का...
मैं किसी निर्दोष पक्षी को मारकर अनावश्यक रूप से ऐसा पाप नहीं करना चाहता हूं। मैं किसी निर्दोष पक्षी को मारकर अनावश्यक रूप से ऐसा पाप नहीं करना चाहता हूं।
"बजरंग दल वालो ने जबरन शादी करवा दी।" "बजरंग दल वालो ने जबरन शादी करवा दी।"
"पुत्री, अब तुम अपने को पवित्र करने के लिए तपस्या करो।" "पुत्री, अब तुम अपने को पवित्र करने के लिए तपस्या करो।"
वे यमुना के जल के अंदर समाधिस्थ थे तब अचानक उनके बदन से छूकर कुछ मत्स्य निकल गये। वे यमुना के जल के अंदर समाधिस्थ थे तब अचानक उनके बदन से छूकर कुछ मत्स्य निकल गये...
उर्वशी अपनी संपूर्ण विधाओं से अर्जुन को सम्मोहित करने का प्रयास करने लगी । उर्वशी अपनी संपूर्ण विधाओं से अर्जुन को सम्मोहित करने का प्रयास करने लगी ।
लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न के पुत्रों के राज्य शीघ्र ही भंग हो गये। लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न के पुत्रों के राज्य शीघ्र ही भंग हो गये।
जिस समय कोबरा ने काटा है ठीक उसी समय यानी चौबीस घण्टे बाद तरुण पर विष का प्रभाव कम होने लगेगा जिस समय कोबरा ने काटा है ठीक उसी समय यानी चौबीस घण्टे बाद तरुण पर विष का प्रभाव ...
बिरादिरी के लिए वह इंसान ना होकर ‘साधनम’ हो गई। बिरादिरी के लिए वह इंसान ना होकर ‘साधनम’ हो गई।
प्यार की भावना पूरे संसार में एक अनुकरणीय उदाहरण के रूप में युगों युगों तक अमर रहती है। प्यार की भावना पूरे संसार में एक अनुकरणीय उदाहरण के रूप में युगों युगों तक अमर र...
जब कभी इंसान मजहब और धर्म के नाम पर बटवारा करता है और उस बटवारे में भीड़ को उन्मादी नारों से पागल कर... जब कभी इंसान मजहब और धर्म के नाम पर बटवारा करता है और उस बटवारे में भीड़ को उन्म...
"मुझे तो डर है कि पिचासी साल की उमर में अगर उन्हें कुछ हो गया तो पता नहीं, अस्पताल के अहाते में रहते... "मुझे तो डर है कि पिचासी साल की उमर में अगर उन्हें कुछ हो गया तो पता नहीं, अस्पत...
आज वही गुड्डा हाथ में लिए सोच रहा था रणबीर , कि बेटी के इस बेजान गुड्डे लेने की जिद तो पूरी की लेकिन... आज वही गुड्डा हाथ में लिए सोच रहा था रणबीर , कि बेटी के इस बेजान गुड्डे लेने की ...
आधुनिक जीवन शैली में ,विदेश में नौकरी समाज का अभिन्न अंग बन चुकी है। पुराने सामान की तरह बूढ़े माँ -ब... आधुनिक जीवन शैली में ,विदेश में नौकरी समाज का अभिन्न अंग बन चुकी है। पुराने सामा...
वैसे भी दुनिया भर में ये बात कायम हो चुकी है कि मुस्लिम समाज एक बंद समाज है, दकियानूस है, प्रगति और ... वैसे भी दुनिया भर में ये बात कायम हो चुकी है कि मुस्लिम समाज एक बंद समाज है, दकि...