ZINDAGI KE CHAAL ( MAA HE HAI )
ZINDAGI KE CHAAL ( MAA HE HAI )
वो हिम्मत है मेरी
हर टूटे सपने की,
वो आशा है मेरी
हर निराशा की,
वो रोशनी है मेरी
हर अंधेरी रात की,
वो प्यार है
हर ज़िंदगी के दर्द का,
वो बारिश है
हर सूखे सपने की,
वो खोज है
हर मंजिलल की,
वो मेरा सम्मान है
उसी से शुरू मेरा
नाम और संसार है
वो होसला है हर
राहो पे चलने का,
वो जुनून है
हर मांसिल पाने का,
वो आग है
हर मुक़ाम हासिल करने की,
वो सब कुछ है मेरा,
वो संसार है मेरा,
क्यूँकि वो मेरी माँ है।