योग गीत – करो निरोग काया |
योग गीत – करो निरोग काया |
ये योग साधना की है अजीब माया
कभी बचाए कोरोना कभी करे निरोग काया
कपालभाती और प्राणायाम की क्या तारीफ करे
कर अनुलोम विलोम सांस अंदर बाहर करे
करे मजबूत दिल पेट रोग जड़ से है भगाया
कभी बचाए कोरोना कभी करे निरोग काया
करो सूर्य नमस्कार सुबह हर अंग खिलाये
करे सुंदर तन मन मानव मंद मुसकाए
लगे बदन जैसे खिली धूप है नहाया है
कभी बचाए कोरोना कभी करे निरोग काया
योग ही ऐसा साधन जब चाहो तब कर लो
नए पुराने रोगों जड़ से ही खतम कर लो
चलो कर ले सब योग रोग कर लो सफाया
कभी बचाए कोरोना कभी करे निरोग काया
देव ऋषि मुनि नित्य योग किया करते थे
बिन दवा उपचार के निरोग रहा करते थे
देख योग की महिमा सारे विश्व ने अपनाया
कभी बचाए कोरोना कभी करे निरोग काया।
