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Anurag Singh

Romance

2  

Anurag Singh

Romance

यह दूरी

यह दूरी

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यह दूरी

जो मुझे बेबस बनाये,

तेरे ना होने का एहसास दिलाये,

हर वक़्त तेरी याद में ऐसा डूबे,

की सुबह से शाम हो जाये।


यह दूरी,

जो मुझे कमज़ोर बनाये,

तेरे ना होने का एहसास दिलाये,

न जाने क्यों,

तुझ से प्यार करने का,

एक और बहाना दे जाए।


यह दूरी,

जो हमे दूर ले जाये,

तेरे ना होने का एहसास दिलाये,

क्यों ना इन फसलों को मिटाये,

और एक दूसरे के हो जाये।

                    

          


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