ये सफ़र का आगाज़ है।।।
ये सफ़र का आगाज़ है।।।
तेरे नसीब की बात है
तुझी पे तो खास है
करले ख़ुद पे यक़ीं
क्योंकि,
ये सफ़र का आग़ाज़ है।।
राह जो काफ़ी बड़े हैं
जो तेरे सामने अड़े हैं
कर ले ख़ुद पे यक़ीं
क्योंकि,
ये सफ़र का आग़ाज़ है।।
देर ही सही पर कर ले
जोश को अपने अंदर भर ले
करले ख़ुद पे यक़ीं
क्योंकी,
ये सफ़र का आग़ाज़ है।।
आज को कल पर न टाल
वरना फिर करेगा मलाल
कर ले ख़ुद पे यक़ीं
क्योंकि,
ये सफ़र का आग़ाज़ है।।
ज्योत जला कर दिल में
फैला दे रौशनी सब में
कर ले ख़ुद पे यक़ीं
क्योंकि,
ये सफ़र का आग़ाज़ है।।
होगी परेशानी देख ले
फ़िलहाल तू इसको सह ले
कर ले ख़ुद पे यक़ीं
क्योंकि,
ये सफ़र का आग़ाज़ है।।
काटें बिछे हैं राह में
पहन ले जूते पांव में
कर ले ख़ुद पे यक़ीं
क्योंकि,
ये सफ़र का आग़ाज़ है।।
हो गई अर्शद तेरी बात
उरूज पे कर ले अपनी ज़ात
कर ले ख़ुद पे यक़ीं
क्योंकि,
ये सफ़र का आग़ाज़ है।।