ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
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ज़िन्दगी चलती है एक दिन खतम होगी
जिस तरह क़लम से स्याही।।
ज़िन्दगी जब मिले तो सीख लो इसका सलीका
और छोड़ दो सारी बुराई।।
हर वो काम जो किए हरदम ग़लत
अभी वक़्त है कर लो अच्छाई।।
मान लो कहना उन सभी अच्छों का
जो बड़ों ने तुम्हें बताई।।
दे सुकूँ अपने क़ल्ब को हरदम
और करले दिल की सफाई।।
आज वक्त है उठते चलो बढ़ते चलो
और पा लो अपनी रसाई।।।