याद
याद


आज भी याद
आती है तुम्हारी
उन लम्हों में
उन बातों में
उन ख़्वाबों में
उन ख़्वाहिशों में
आज भी याद
आती है तुम्हारी
उन बेपरवाह
हँसी में
उन फूटफूट
कर रोने में
उन बेसूरे
गाने में
उन बेझिझक
खाने में
आज भी याद
आती है तुम्हारी
उन वादों में
उन यादों में
उन शेरों में
उन शायरी में
आज भी याद
आती है तुम्हारी
उन लम्बे सफर में
उन गुजरते हुई
लम्हों में
मेरी जिंदगी के
हर हिस्सों में
जैसे होता है
कहानी
और किस्सों में
आज भी याद
आती है तुम्हारी
बस इस वक्त ने
हमको अलग
कर दिया
वर्ना जरुरत
नहीं थी
हमको तुमसे
यह कहने की
आज भी याद
आती हैं तुम्हारी.....