वृक्ष धरा की अमूल्य धरोहर
वृक्ष धरा की अमूल्य धरोहर
वृक्ष धरा के अनमोल रत्न हैं,
देते जीवन,सुख-साधन हैं
जीवों के ये सबल सहारे,
देते ईंधन, फल, शाक, अन्न हैं,
मूल्यवान औषधियाँ देते,
वर्षा की ये झड़ी लगाते,
प्राणवायु दे जीवों को ये,
राह पथिक की सरल बनाते,
हे मनुज! कठिन समय में वृक्ष सहायक,
अपने स्वार्थ पूर्ण करने को,
मत इनको तुम हरदम काटो,
जब प्राणवायु न होगी शेष,
धरा से हो जाएगा सब नष्ट,
प्रकृति के रौद्र रूप से,
जीवन में सबके आएगा कष्ट,
जागो! चेतो! करो प्रण आज से,
अपनी पावन धरती का श्रृंगार कराना है,
आने वाली पीढ़ी के लिए एक वृक्ष लगाना है
एक वृक्ष लगाना है....
