वीर जवान
वीर जवान
भारत के वीर जवानों की
सुन ले अरि दल तू ललकार
विराट हिमालय रहा पुकार
आगे बढ़कर करो प्रहार
दिल में है सम्मान वतन का
कांधे पर उनकी, है संगीने
यही वतन के हीरे -मोती
और यही नायाब नगीने
कारगिल, द्रास, टाइगर हिल
डोकलाम या हो घाटी गलवान
अहर्निश सरहद पर पहरा देते,
भारत के प्यारे, वीर जवान
भीषण रण सरहद पर जब
दो मुल्कों में, है ठन जाता
मां तेरे वीर सपूतों का यह
कफन तिरंगा, है बन जाता
बीबी और बच्चे भी उनके
गर्व शहादत पर, है करतें
लेकिन दुश्मन तेरी, गुस्ताखी
मां की गोद सूनी,है कर जाती
रोती है राखी पर बहना
भाई को दुःख पड़ता सहना
ताउम्र बिलखते उनके बच्चे
मां बाप भी पड़ जाते कच्चे हे !
वीर सपूतों, अमर जवानों
तुम्हें याद रखेगा हिंदुस्तान
तुमसे ही है गुलज़ार चमन
तुमसे ही है, महफूज वतन
कभी न तुमने हिम्मत हारी
जीते दुश्मन से, हर बाजी
कामयाब न हुई शत्रु की चाल
ऊंचा किया भारत का भाल।