वार्तालाप
वार्तालाप
बातें तो बहुत करते हो तुम,
यहां की वहां की, इसकी उसकी,
भूत की भविष्य की,
सिलसिला है बातों का,
बस चलता ही रहता है,
कितना समय है तुम्हारे पास,
चर्चा करने को,
वो बहुत बुरा हुआ,
ऐसा हो जाता तो क्या होता,
भगवान की दया से वैसा नही हुआ,
तकलीफों का समय था,
गुज़र गया सो अच्छा हुआ,
कितना समय है तुम्हारे पास,
चर्चा करने को,
गर मैं ऐसा कर लूं,
तो भविष्य की चिंता ही नहीं,
बस कुछ दो तीन खास काम हैं,
पूरे कर लूं तो चैन मर सकूं,
बुढ़ापा सुख से गुज़र जाए तो अच्छा हो,
आज का समय है पूरा तुम्हारे पास,
बस जी लेने को,
गुज़र गया वो चला गया,
समय है भाई, वापस नहीं आएगा
डर मत उसकी चर्चा करके,
समय है भाई जब आना है आ जायेगा,
आज बर्बाद मत कर चर्चा करके,
आज समय है तेरा अपना,
आज समय है जी ले सपना,
भूत भविष्य नही,
वर्तमान को जी ले,
बीती हुई बातें नहीं,
चलते चलते ही राहें जी ले,
आज की नई सुबह बस आज में जी ले.
