उम्मीद
उम्मीद
एक वक़्त है,
जो नहीं संभलता,
एक रिश्ता है,
जो नहीं सुलझता।
एक कश्ती है,
जिसे किनारे की आस है,
एक मंज़िल है,
जिसकी अभी भी तलाश है।
एक धड़कन है,
जो रुकी सी है,
एक मुस्कान है,
जो छुपी सी है।
एक खामोशी है,
जिसे शोर से मिलना है,
एक शाम है,
जिसे अब ढलना है।
एक तुम हो जिसे,
सब से इन्कार है,
एक मैं हूँ जिसे,
अब भी ऐतबार है।