उड़ान
उड़ान
मैं अभी छोटी सी चिड़िया हूँ
जिसे अभी बेहतर ढंग से उड़ने नहीं आती
पर फिर भी कोशिश में लगी हूँ
ना जाने मंजिल कब मिलेगी पर
मंजिल के राह में निकली हूँ
अभी- अभी पंख निकले हैं
उड़ने की कोशिश में निकली हूँ
मैं छोटी सी चिड़िया हूँ
जिसे उड़ने की चाह लगी है
मुश्किल, ताने, लज्जित, पैसा, लोग क्या कहेंगे
ये सब सोच दिमाग में चल रहे हैं
ये सारे मुश्किल है
मगर फिर भी उड़ना चाहती हूँ
इतनी सी ख्वाहिश है
की अलग दिखना चाहती हूँ
भीड़ में सब उड़ते हैं मगर अकेले उड़ना हूँ
छोटी हूँ मगर अलग पहचान और
मंजिल पाना चाहती हूँ ।
