तू बदली है मैं नहीं
तू बदली है मैं नहीं
बदलते मौसम के साथ तू भी बदल गयी
कहा था कभी हाथ नहीं छोडूंगी
फिर भी किसी और के साथ निकल गयी
सोच के तो देखती एक दफा
जो तुझ पे मरता
वो तेरे लिये खुद को ना बेचता
फिर भी तू पैसों में बिक गयी
हम नहीं बदले तू बदल गयी
जब आयी थी खुद को तू मनहूस बताई थी
तेरी मनहूसियत से भी प्यार कर बैठे
तूने खुद को अनाथ कहा
अपने आप को तेरा परिवार समझ बैठे
तू ज़ख्म देती रही
उन से भी इश्क़ कर बैठे
रब से भी क्या मांगा तुझे
वो भी हैरान है ये कैसा इंसान बना बैठे
तेरी फितरत से वो भी वाकिफ़ है
तू नागिन थी और आज भी नागिन है
तूने कहा था मैं सब से अलग हूँ
हाँ बस यही इकलौती सच्चई थी तेरी बातों में
पर तू भी बाकी सब की तरह होगी
इस बात का एहसास तूने कभी होने नहीं दिया
सोचा था तू बदल जाएगी जिंदगी के
किसी मोड़ पर, पर ये नहीं हुआ
शुक्रिया तेरा तूने मुझे लोगो की
असलियत से वाक़िफ़ करा दिया
सईद मेरा इश्क़ ने भी तुझे सच्चे
प्यार का मतलब सीखा दिया
अब दोबारा इश्क़ नहीं कर पाऊँगा
किसी और से कभी
जो तूने दिया वो धोखा काफी नहीं
अगर कोई मुझे से कर भी ले
उसको तेरी जगह नहीं दे पाउँगा कभी
बस एक दफा
कुछ पल के लिए ही सही
तू मेरी जगह आ के देख
खुद ही से नफरत कर बैठेगी तू
हम तो आज भी इश्क़ किया करते है तुझे से
खुश हूँ तेरे जाने से
अभी तो ज़िंदा हूँ
कुछ दिन और रुक जाती
तो शायद ज़िन्दा भी नहीं छोड़ती
शुक्रिया तेरा