STORYMIRROR

Chanchal Sakshi

Romance

2  

Chanchal Sakshi

Romance

तुमसे है प्रेम

तुमसे है प्रेम

1 min
91

तुमसे है प्रेम कितना

बताऊँ तो कैसे बताऊँ


तुम्हें सोता देखें जो आँखें

जी चाहे देखें ही जाऊँ

तुम्हारे पास रहने को

लाखों बहाने जुटाऊँ

शब्द कम पड़ने लगे हैं

भला तुमसे कैसे जताऊँ!

तुमसे है प्रेम...



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance