Praveen Kumar Kotia
Comedy
थके हुए लोगों के लिये जब चाय लेकर आता चायवाला,
हर कोई पहले पाना चाहता वह गर्म गर्म लुभावना प्याला,
वह बेचारा इधर उधर नाचाता बन् सुंदर छबीली साकीबाला,
जहाँ छा जाए चाय की मस्ती वह जगह बन जाती मदुशाला।
Wish you a happy tea day
विकास का तांड...
माँ का हाथ है...
टीशाला
बोले ये हैं चौपट लाल, पार्टी का नाम " खूब खाओ"! बोले ये हैं चौपट लाल, पार्टी का नाम " खूब खाओ"!
हमारे मध्य पला बढ़ा यह आदमी निश्चित रूप से हमारी समस्याओं का हल ढूंढ पाएगा.. हमारे मध्य पला बढ़ा यह आदमी निश्चित रूप से हमारी समस्याओं का हल ढूंढ...
फिर रात आएगी मगर क्या याद आएगी क्या कह रहे हो उम्र ऐसे ही गुज़र जाएगी। फिर रात आएगी मगर क्या याद आएगी क्या कह रहे हो उम्र ऐसे ही गुज़र जाएगी।
जीवन में कभी न रोना कष्टों को सदा सहना कभी ना हो ना निराश आशा कभी ना छोड़ना। जीवन में कभी न रोना कष्टों को सदा सहना कभी ना हो ना निराश आशा कभी ...
काश,मैं एक कुत्ता होता सूखी रोटी छोड़कर मटन बिरयानी खाता! काश,मैं एक कुत्ता होता सूखी रोटी छोड़कर मटन बिरयानी खाता!
हो चाहे किसी की किसी पे गृहस्थी में लेकिन धाक जरुरी है। हो चाहे किसी की किसी पे गृहस्थी में लेकिन धाक जरुरी है।
लोग बीमार हो जाते हो जाता खाँसी ज़ुखाम फिर डॉक्टर कहते करो बहुत सारा आराम। लोग बीमार हो जाते हो जाता खाँसी ज़ुखाम फिर डॉक्टर कहते करो बहुत सारा ...
कभी टूजी की बाढ़ आई कभी कोयले ने आग लगाई कभी टूजी की बाढ़ आई कभी कोयले ने आग लगाई
सच कहूँ मित्रों आज उन बीते दिनों की बड़ी याद आई ! सच कहूँ मित्रों आज उन बीते दिनों की बड़ी याद आई !
सोशल मीडिया को मेरा तहे दिल से शुक्रिया शुक्रिया। सोशल मीडिया को मेरा तहे दिल से शुक्रिया शुक्रिया।
आखिर में जनता को ही तो बेवकूफ़ बनाया जाएगा। आखिर में जनता को ही तो बेवकूफ़ बनाया जाएगा।
सावधान कबूतर प्रजाति से बचकर रहें कबूतर बाकी चिड़ियों की सारी प्रजाति को खत्म कर सावधान कबूतर प्रजाति से बचकर रहें कबूतर बाकी चिड़ियों की सारी प्रजाति को खत्म कर
मिल नहीं पाया बहुत ढूंढने पर मालूम न था की बच्चा गोदी में है। मिल नहीं पाया बहुत ढूंढने पर मालूम न था की बच्चा गोदी में है।
शादी के लड्डू ना खाता तो अच्छा अब खाकर भी पछताना कैसा ! शादी के लड्डू ना खाता तो अच्छा अब खाकर भी पछताना कैसा !
भाषण देनी हो या करनी हो कविता पाठ । कार्यक्रम अध्यक्ष से, कर लो यारी गाँठ ।। भाषण देनी हो या करनी हो कविता पाठ । कार्यक्रम अध्यक्ष से, कर लो यारी गाँठ ।।
मैं नहीं कहना चाहता हूँ कि मैं बुड्ढा हो गया पर मैं साठ साल का हो गया। मैं नहीं कहना चाहता हूँ कि मैं बुड्ढा हो गया पर मैं साठ साल का हो गया।
हम जो लगे, कुछ हटके तो, बॉस की नजर में, जरा जरा खटके हम जो लगे, कुछ हटके तो, बॉस की नजर में, जरा जरा खटके
पानी कम है, पानी कम है, हल्ला कौन मचाता है ? पानी कम है, पानी कम है, हल्ला कौन मचाता है ?
बता दे कोई हमदर्द शादी है किसकी मेरी या बाप की ? बता दे कोई हमदर्द शादी है किसकी मेरी या बाप की ?
दिल की धक- धक बड़ी हुई थी, कार में बैठी मैडम उतरी। दिल की धक- धक बड़ी हुई थी, कार में बैठी मैडम उतरी।