"तिरंगा"
"तिरंगा"
आओ तिरंगा हम फहरायें,
अपनी पूरी शान से।
इसका मान कभी न कम हो,
अर्ज करें भगवान से।
कठिन साधना करके हमने,
ये आजादी पाई है।
पता नहीं कितने वीरों ने,
अपनी जान गंवाई है।
आओ हम सब पूर्ण करें,
उन महापुरुषों के सपनों को।
सच्ची श्रद्धांजलि यह होगी,
वीर सपूतों अपनों की।
इतना सुन्दर देश हमारा,
सब मुल्कों से न्यारा है।
तन-मन-धन सब इसको अर्पण,
हमें प्राणों से प्यारा है।
इसकी शान न जाने पावें,
आज कसम हम खाते है।
बड़ी शान से, सबसे ऊपर,
इसको हम फहराते है।।
