तीसरा रूप चंद्रघंटा रूप
तीसरा रूप चंद्रघंटा रूप
मात चंद्रघंटा करें,
सरल-सफल सब कार्य ।
शुभद-सुखद जीवन रहे,
कहते गुरु-आचार्य।
गुरुवर की महिमा बड़ी,
जीवन के अनुकूल।
सिर पर हम धारण करें,
गुरु-चरणों की धूल।
मात चंद्रघंटा करें,
सरल-सफल सब कार्य ।
शुभद-सुखद जीवन रहे,
कहते गुरु-आचार्य।
गुरुवर की महिमा बड़ी,
जीवन के अनुकूल।
सिर पर हम धारण करें,
गुरु-चरणों की धूल।