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Suchita Pandey

Romance

3  

Suchita Pandey

Romance

तेरी याद

तेरी याद

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"एक तेरी याद है, जो दिल से 

कभी जाती नहीं।

रोज सोचती है न आये मगर, 

सिसकियों में उलझी है,  

ग़म-ए-दास्तान सुनाती नहीं। 

रात हुई जब शाम के बाद, 

फ़िर नींद की चौखट पे 

दम ये तोड़ने लगी, 

कहती है ग़म बड़ा गहरा है,

कहती है ग़म बड़ा गहरा है.. 

न सुलझती है, न बताती है कभी..!!"



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