तेरी मेरी कहानी
तेरी मेरी कहानी
तेरी मेरी इक कहानी है,
जो कोई याद नहीं रखेगा
क्योंकि,
न तो मैं इश्क़ में फरहाद बना,
और न तुम शीरीन
न मैं मजनू हो पाया,
और न ही तुम लैला
पर इश्क़ ज़रा भी कम नहीं है
असल में प्यार का पैमाना भी
क्या है ?
और कौन बताएगा की,
तुम लैला और मैं मजनू,
बन पाने के कितने क़रीब हूँ
तो क्या हुआ की,
हमारी कहानी उतनी बड़ी नहीं
सवाल सिर्फ़ इतना है की,
क्या तुम याद रखोगी
हमारी इस कहानी को
इस जन्म और आने वाले,
कई जन्मों तक
ग़र हाँ,
तो समझो हमारी कहानी भी,
लैला-मजनू और,
शीरीन-फरहाद की ही कहानी है
क्योंकि,
वो भी जन्मों की सीढ़ियों के
पार चलेगी
तुम्हारे और मेरे,
अगले जन्मों के साथ..