तेरी गोद
तेरी गोद
एक बार फिर
तेरी पलकों में खो जाऊँ मैं,
कुछ देर सुकून भरी नींद
सो जाऊँ मैं,
फिर से तू कई लोरियाँ सुनाए,
खुद जागकर मुझको सुलाए...
ना मैं इस जहांं का,
ना ये जहांं मेरा,
तेरा - मेरा नाता है
दुनिया में सबसे बड़ा !
तो क्यूँ ना तुझ तक ही
सिमटकर रह जाऊँ मैं,
तेरी ममता की चादर में
फिर से खो जाऊँ मैं,
क्यूँ ना एक बार फिर
तेरी गोद में
चैन की नींद सो जाऊँ मैं...!
