तेरे आंचल का सिरा
तेरे आंचल का सिरा
एक उम्मीद है बाकी
सारी नाउम्मीदों के बावजूद.
क्योंकि थामे हुए हूं मैं
तेरे आंचल का एक सिरा
उसी आंचल के सिरे के कारण
मैं चल रहा हूं अविरल
जिंदगी के अंधेरे पथ पे
गिरता हूं संभलता हूं पर
नहीं छोड़ता हूं वह सिरा
क्योंकि मैं जनता हूं
तेरे आंचल का वह सिरा
छूट गया गर मुझसे
मैं खो जाऊंगा , मिट जाऊंगा,....

