तेज भवानी का
तेज भवानी का
सदा जीवित रहे, तेज भवानी का,
जिसे सींचता है, खून मर्दानी का।
लिए रणचंडी का नाम ज़ुबानी,
वो लाल, सपूतों की तलवारों का पानी,
ज़मीदोज हुए लाखों अभिमानी,
और फहर उठा केसरिया ध्वज हिंदुस्तानी।।
सदा जीवित रहे, तेज भवानी का,
जिसे सींचता है, खून मर्दानी का।
लिए रणचंडी का नाम ज़ुबानी,
वो लाल, सपूतों की तलवारों का पानी,
ज़मीदोज हुए लाखों अभिमानी,
और फहर उठा केसरिया ध्वज हिंदुस्तानी।।