STORYMIRROR

Ashok Tiwari

Romance

4  

Ashok Tiwari

Romance

सूफियाना हुआ दिल

सूफियाना हुआ दिल

1 min
538

सूफियाना हुआ दिल मचलने लगे हम।

तेरी याद में नगमे पढ़ने हम।।


कैसे बताए क्या चाहते हम।

तेरी खुशबू में जो महकने लगे हम।। 

सूफियाना........


तेरे जुल्फों की घनी छांव में।

दबी उंगलियों संग उलझनें लगे हम।।

तेरी याद में.....


मेरे दिल के घरौंदे में आओं कभी 

थोड़ा बहक जाऊं

मैं भी तेरे आगोश मेंसूफियाना ......


मैं भी बंजर हूं, बेकार सा थोड़ी उग जाओ

तुम भी मौसमी पौध सी...

सूफियाना ......।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance