सूफियाना हुआ दिल
सूफियाना हुआ दिल
सूफियाना हुआ दिल मचलने लगे हम।
तेरी याद में नगमे पढ़ने हम।।
कैसे बताए क्या चाहते हम।
तेरी खुशबू में जो महकने लगे हम।।
सूफियाना........
तेरे जुल्फों की घनी छांव में।
दबी उंगलियों संग उलझनें लगे हम।।
तेरी याद में.....
मेरे दिल के घरौंदे में आओं कभी
थोड़ा बहक जाऊं
मैं भी तेरे आगोश मेंसूफियाना ......
मैं भी बंजर हूं, बेकार सा थोड़ी उग जाओ
तुम भी मौसमी पौध सी...
सूफियाना ......।।

