सुनो मां
सुनो मां
सुनो मां, मेरी पुकार तुम
छुप कर बैठी तुझमे ही गुम
तेरे नयनों से देखूँ ये संसार
कर्ण प्रिय मुझे तेरी आवाज़
तेरी कोख ही मेरी अंजुम
सुनो मां, मेरी पुकार तुम
छुप कर बैठी तुझमे ही गुम
कहने को कहेंगे लोग बात हज़ार
तोड़ेंगे तुझे हज़ार बार
मत मानो किसी की बात तुम
सुनो मां, मेरी पुकार तुम
छुप कर बैठी तुझमे ही गुम
न घोंट गला यूँ गले लगा के
तेरे जैसी मैं तेरी छवि पाके
यूँ नज़रे न फेरो तुम
सुनो मां, मेरी पुकार तुम
छुप कर बैठी तुझमे ही गुम।
