सुनो दोस्त
सुनो दोस्त
सुनो दोस्त, बड़ी हसीन है ये ज़िंदगी,
टूटना नहीं।
कुछ रास्ते अजीब हैं, थका देंगे,
रुकना नहीं।
सुनो दोस्त, बड़ी हसीन है ये ज़िंदगी,
टूटना नहीं।
जब सवाल करेगी, मुस्कुरा देना तुम
अनसुना करेगी, चिल्ला देना तुम
ये रुकेगी नहीं,
तुम हारना नहीं।
सुनो दोस्त, बड़ी हसीन है ये ज़िंदगी,
टूटना नहीं।
माथे के पसीने को ख़ुद ही पूछना,
कुछ निराश करेगी, कुछ हताश करेगी,
ये सुनेगी नहीं,
तुम चुप होना नहीं।
सुनो दोस्त, बड़ी हसीन है ये ज़िंदगी,
टूटना नहीं।
कभी आईने में तुम सी, कभी परछाईं सी दिखेगी,
समंदर की लहरों सी, कभी पानी की बूँदों सी छुएगी
कभी इश्क़ करेगी, कभी बड़ा सताएगी
तुम मुस्कुराकर आगे आना,
वो झिटक कर बुलाएगी,
तुम रुक जाना नहीं।
सुनो दोस्त, बड़ी हसीन है ये ज़िंदगी,
टूटना नहीं।
मोहब्बत नहीं जानती, सिखा देना तुम,
इसके दिये हर ग़म ओ ख़ुशी का सिला देना तुम,
पीछे छूट गया जो पीछे देखता रहा,
तुम बढ़ते जाना, बढ़ते जाना दोस्त।
सुनो दोस्त, बड़ी हसीन है ये ज़िंदगी,
टूटना नहीं।