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J P Raghuwanshi

Inspirational

4  

J P Raghuwanshi

Inspirational

सुमर-सुमर जस

सुमर-सुमर जस

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सुमर-सुमर जस गावै,

मैया जी को, खूवै मनावें।


नवरात्रि के शुभ दिन आयें,

मैया के मठ खूबै सजाये।

नर-नारी जस गायै,

मैया जी को खूवै मनावें।

सुमर-सुमर------


पण्डा ने मैया जी के वो दयें जवारे,

मंगल कलश सजे द्वारें-द्वारें।

घण्टा और शंख बजावें,

मैया जी को खूवै मनावें।

सुमर-सुमर------


मैया के द्वारें पै भीड़ लगी है,

मैया की मूरत लागे भली है।

सब मिल दर्शन पावै,

मैया जी को खूवै मनावें।

सुमर-सुमर-----


नर-नारी मिल टेर लगावें,

ध्वजा नारियल भेंट चढ़ावें।

मनवांछित फल पावै,

मैया जी को खूवै मनावें।

सुमर-सुमर-----


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