सुख-दुख
सुख-दुख
जीवन चंद रोज का,
खूब जी लो साथियों।
सुख-दुख दोनों मिलेंगे,
साथी हैं साथियों।
हानि-लाभ दोनों का होगा सामना,
इनसे न कभी घबराना साथियों।
संयोग और वियोग का,
जोड़ा है साथियों।
धूप-छांह रोज का खेल साथियों।
जीवन हैं चंद रोज का,
खूब जी लो साथियों।
सुख-दुख दोनों मिलेंगे,
साथी हैं साथियों।।