सतरंगी त्योहार
सतरंगी त्योहार


होली का त्योहार मन में लिए उमंग और प्यार,
देखो आ गई टोली लिए भांग की गोली।
दे दो नफरत को होलिका में आहूति,
रंगों से लगा दो हर माथे पर भभूती।
हर गली में मचा दें हम सब,
आज रंगों की हुड़दंग।
सारे गिले शिकवे भूल के,
आओ इस रंग से हम सब रंग जाएं।
नफरत के सब मिटा दो रंग,
प्यार की जगा कर नई उमंग।
खाओ गुजिया पी लो भांग,
हर घर महके खुशियों की तरंग।
खेलो सब संग प्यार के रंग,
आओ मिलकर खेलो सब संग।