स्त्री धर्म
स्त्री धर्म
स्त्री के मातृत्व की क्षमता को सिर्फ खून
मत कहो
स्त्री होने का गौरव है
और रचना है ये भगवान की
इसे किसी शर्मिंदगी का रूप मत देना
यह एक मासिक चक्र ही नहीं बल्कि एक लड़की के सम्पूर्ण स्त्री बनने की मर्यादित प्रक्रिया है,
इस खून को जिसे समाज सिर्फ एक खून का धब्बा कहता है
वह एक असीम दर्द की परिणती
एक इंसान को गर्भ में बनाने की एक सम्पूर्ण प्रक्रिया होती है।