STORYMIRROR

Harsh Kanojiya

Inspirational

4.3  

Harsh Kanojiya

Inspirational

सरल नही होता

सरल नही होता

1 min
213


सरल नहीं होता किसी पथ पर चलना 

सरल नहीं होता यहां मंजिल मीलना

हजारों समस्या का सामना होता है

बहुत कुछ छोड़ना पड़ता है पाने को


कभी कभी स्वंय से हारना पड़ता है

चलते चलते बिखरना पड़ता है कभी

फिर उठकर चलना सिखना पड़ता है

कभी कभी दीप-सा जलना पड़ता है


तो कभी कभी जूगनु बनना पड़ता है

अंधेरी रातों में कई बार जागना होता है

धूप, ठंडी, बारीश ये मौसम नहीं है

इन्हें अपना साथी बनाना पड़ता है


तब कहीं तुम पथ पर चल सकते हो

तब तुम मंजिल की ओर बढ़ सकते हो।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational